लंका जलते ही दर्शकों ने लगाई पवनसुत के जयकारे।

खुटहन (जौनपुर)27 अक्टूबर
आदर्श रामलीला धर्म मंडल शहाबुद्दीनपुर उसरौली में चल रही रामलीला में शनिवार की रात को हनुमानजी ने अशोक वाटिका को उजाड़ कई राक्षसों के वध और प्रभु श्रीरामजी का संदेश माता सीता को पहुंचा कर जब पूंछ में लगी आग से पूरी लंका का दहन कर दिया। उसे देख दर्शक पवनसुत की जयकार करने लगे।

लंका में  हनुमानजी अशोक वाटिका में माता सीता का दर्शन कर उन्हें श्रीराम की अंगूठी दी।श्रीराम आपको यहां से मुक्त कराने जल्द ही आएंगे। माता सीता ने अपना चूड़ामणि हनुमानजी को देते हुए कहा कि यह श्रीराम को दे देना। हनुमानजी ने माता सीता से कहा कि मुझे बहुत भूख लगी है। क्या मैं इस वाटिका के फल खा सकता हूं। माता सीता की आज्ञा लेकर वे एक पेड़ से दूसरे पेड़ कूदते हुए फल खाने लगे। इसकी सूचना रावण को मिली तो वह आगबबूला हो उठा।उसने अपने पुत्र अक्षय कुमार को हनुमान का वध करने भेजा। जिसे पवनसुत ने सुरधाम भेज दिया। इंद्रजीत ने हनुमान को बंदी बना कर सभा में लाया। राक्षसों ने उनकी पूंछ में  आग लगा दी। हनुमान जी एक महल से दूसरे महल पर  कूदते फांदते पूरी लंका में आग लगा दिया। जिसे देख दर्शक जयघोष करने लगे। रामलीला का शुभारंभ तहसीलदार शाहगंज आशीष कुमार सिंह व सीओ अजीत सिंह ने संयुक्त रूप से फीता काट कर किया। इस  मौके पर करौंदीकला थाना प्रभारी उपेंद्र प्रताप सिंह,कमलेश कुमार पाण्डेय, राधेश्याम उपाध्याय, बद्री प्रसाद पाण्डेय, मुन्ना पाण्डेय,सुबास चंद्र पाण्डेय, अजय जी महराज,नारायण पाण्डेय , अरविंद तिवारी, सांवले शर्मा, अर्पित पाण्डेय, संतोष प्रजापति, सलमान शर्मा,  हर्ष पाण्डेय , सुशांत पाण्डेय, शनि पाण्डेय आदि लोग उपस्थित रहे।

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